विपक्षी नेताओं का दावा iPhone हैकिंग की कोशिश, Apple की आई प्रतिक्रिया

Opposition leaders claim iPhone-hacking : सीधे शब्दों में कहें तो, विपक्षी नेताओं का कहना है कि iPhone को हैक करने का प्रयास हुआ था और इस पर Apple ने अपना जवाब दिया है। Apple के बयान में कहा गया है कि उन्होंने किसी विशेष राज्य प्रायोजित हैकर की बात नहीं की। इसके अलावा, इस संदर्भ में यह भी कहा गया है कि Apple की कुछ सूचनाएं झूठी भी हो सकती हैं।

Opposition leaders claim iPhone-hacking

कांग्रेस नेता शशि थरूर, पवन खेड़ा, AAP सांसद राघव चड़्ढा, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी जैसे कई नेता और सांसदों ने अपने iPhone के हैक होने का दावा किया है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि Apple कंपनी ने उनको मैसेज भेजकर हैकिंग की कोशिश की जानकारी दी है।

इस बीच, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड़्ढा ने एक विस्तृत पोस्ट में यह जानकारी दी कि उन्हें ‘एप्पल की तरफ से नोटिफिकेशन मिला है, जिसमें उनके फोन पर संभावित सरकार-प्रायोजित स्पाइवेयर हमले के बारे में चेतावनी दी गई है। चड़्ढा ने कहा कि ‘जासूसी’ आम चुनाव से कुछ महीने पहले हो रही है और इसे विपक्ष पर व्यापक हमलों के अंतर्गत रखा जाना चाहिए।

एप्पल ने इस बारे में एक बयान जारी किया (Opposition leaders claim iPhone-hacking)

एप्पल ने इस बारे में एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया है कि वे किसी विशेष राज्य प्रायोजित हैकर की बात नहीं कर सकते। यह संभावना है कि कुछ एप्पल की सूचनाएं झूठी भी हो सकती हैं। राहुल गांधी के कार्यालय में भी तीन लोगों को इस तरह के संदेश मिले हैं और सरकारी सूत्रों के अनुसार, अधिकारी इन संदेशों से वाकिफ थे।

राघव चड्ढा ने X पर दी गई जानकारी के बारे में व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं अपने संसदीय कर्तव्यों को निभाने के लिए अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता हूं और अपने निर्वाचन क्षेत्र के सदस्यों के साथ जुड़ता हूं। उनकी समस्याओं का समाधान करता हूं और सहायता प्रदान करता हूं। मैं इसे विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग करता हूं, जैसे कि केंद्र सरकार की तानाशाही प्रथाओं के खिलाफ विरोध करने के लिए। यह एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो मुझे चल रहे कई मुकदमों में वकीलों के साथ कानूनी रणनीतियों की चर्चा करने में मदद करता है।

इस आपत्ति को सोचने पर मजबूर करता है कि न केवल मेरे स्मार्टफोन को हमला हुआ है, बल्कि हमारे देश के लोकतंत्रिक हितों को भी। यह एक चेतावनी है कि वे सब किस तरह से पेगासस स्पाइवेयर घोटाले की घटना को याद कर रहे हैं, जिसने बीजेपी की आलोचना करने वाली कई आवाजों को भी लक्ष्य बनाया था। इस हमले में मैं एक अकेले विपक्षी नेता नहीं हूं, जिस पर यह हमला हुआ है, बल्कि विपक्ष की कई आवाजों को निशाना बनाया गया है।

राघव चड्ढा ने X पर दी गई जानकारी

राघव चड्ढा ने आगे लिखा, “यह जासूसी तब हो रही है, जब हम आम चुनाव से कुछ ही महीने दूर हैं. इसे विपक्ष पर व्यापक हमलों के अंतर्गत भी रखा जाना चाहिए, जो जांच एजेंसियों द्वारा लगातार दमन, राजनीति से प्रेरित आपराधिक मामलों और कारावास का सामना कर रहे हैं.”

एंड्रॉयड उपयोगकर्ताओं की तुलना में iPhone के मालिक ज्यादा हैं। AAP सांसद ने लिखा, “ये हमले मुझ पर एक व्यक्ति या एक विपक्षी दल के रूप में नहीं, बल्कि भारत के आम लोगों पर हैं. चूंकि यह केवल मेरे फ़ोन या मेरे डेटा के बारे में नहीं है. इसलिए हर भारतीय को चिंतित होने की जरूरत है. आज मेरे साथ ऐसा हो रहा है. कल मेरी जगह आप भी हो सकते हैं.”

तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को भी iPhone सिक्योरिटी थ्रेट अलर्ट मिला है। उन्‍होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा के साथ-साथ सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और कांग्रेस के पवन खेड़ा को भी हैकिंग के प्रयासों की चेतावनी दी गई थी। वहीं, शिवसेना यूबीटी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने फोन पर आया मैसेज सोशल मीडिया पर शेयर किया…

थरूर बोले- कुछ लोग मेरी जासूसी में बिजी हैं

महुआ के ट्वीट के कुछ देर बाद ही शशि थरूर ने भी कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए और लिखा कि ये स्क्रीनशॉट मुझे एक एप्पल ID से मिले हैं, जिसे मैंने वेरिफाई किया है। ये इमेल सही हैं। मुझे खुशी है कि कुछ खाली बैठे सरकारी मुलाजिम मेरे जैसे टैक्सपेयर्स की जासूसी में बिजी हैं। उनके पास करने के लिए कुछ और नहीं है।

Apple के अनुसार, ये सिक्योरिटी थ्रेट अलर्ट तब आते हैं जब उनके सिस्टम को “राज्य-प्रायोजित हमले के अनुरूप गतिविधि” का पता चलता है। एनडीटीवी को बताया कि सूचनाएं संभवतः “एल्गोरिदम की खराबी” के कारण शुरू हुईं और इस त्रुटि के बारे में एक विस्तृत बयान जल्द ही जारी किया जाएगा।

राघव चड्ढा ने ट्विटर पर आगे लिखा

राघव चड्ढा ने ट्विटर पर आगे लिखा, “यह जासूसी उस वक़्त हो रही है, जब पार्टियाँ आम चुनाव से कुछ ही महीने की दुरी पर हैं। इसे विपक्षी पार्टियों पर व्यापक हमलों के तौर भी रखा जाना चाहिए, जो जांच एजेंसियों द्वारा लगातार दमन, राजनीति से प्रेरित आपराधिक मामलों और जेल का सामना कर रहे हैं।”

यदि आप Android उपयोगकर्ताओं को देखें, तो आप देखेंगे कि iPhone के मालिकों की तुलना में उनके स्मार्टफोन का उपयोग अधिक हो रहा है। AAP सांसद ने इस बारे में लिखा, “ये हमले मुझ पर एक शख्स के तोर पर या एक विपक्षी दल के रूप में नहीं, बल्कि भारत के आम लोगों पर हैं। हालांकि यह महज मेरे फ़ोन या मेरे डेटा के बारे में नहीं है, इसलिए हर भारतीय को फिक्रमंद होने की जरूरत है। आज यह मेरे साथ ऐसा हो रहा है, कल आपके साथ भी हो सकता है।”

तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा

तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने भी iPhone सुरक्षा संकेत अलर्ट प्राप्त किया है। उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और कांग्रेस के पवन खेड़ा को भी हैकिंग के प्रयासों की चेतावनी दी गई थी। इसके अलावा, शिवसेना यूबीटी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी अपने फोन पर आया मैसेज सोशल मीडिया पर साझा किया। Opposition leaders claim iPhone-hacking

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थरूर ने कहा

थरूर ने कहा, “कुछ लोग मेरी जासूसी में बिजी हैं।” महुआ के ट्वीट के बाद थरूर ने भी कुछ स्क्रीनशॉट साझा किए और लिखा कि ये स्क्रीनशॉट मुझे एक एप्पल ID से मिले हैं, जिसे मैंने वेरिफाई किया है। ये इमेल सही हैं और मुझे खुशी है कि कुछ सरकारी मुलाजिम जैसे मैं जैसे टैक्सपेयर्स की जासूसी में बिजी हैं। उनके पास करने के लिए इससे बेहतर कुछ और नहीं है।

क्या एल्गोरिदम की खराबी हो सकती है वजह? Apple के अनुसार, ये सिक्योरिटी थ्रेट अलर्ट तब आते हैं, जब उनके सिस्टम को “राज्य-प्रायोजित हमले के अनुरूप गतिविधि” का पता चलता है। एनडीटीवी को बताया गया कि सूचनाएं संभवतः “एल्गोरिदम की खराबी” के कारण शुरू हुईं और इस त्रुटि के बारे में विस्तृत बयान जल्द ही जारी किया जाएगा।

राहुल गांधी ने कहा

राहुल गांधी ने कहा, “आपके दिल में गुस्सा पैदा करते हैं… इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उज्वलता डालते हुए कहा कि पूरे विपक्ष को एप्पल के नोटिस का आदान-प्रदान होता है। यह संकेत राहुल गांधी के कार्यालय में सभी सदस्यों को मिला है। इसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इसे एक आपत्ति के रूप में देखा है और उसमें समाहित हो गई है। राहुल गांधी ने कहा, “आपका ध्यान कभी इधर, कभी उधर जाता है। आपके दिल में गुस्सा पैदा करते हैं और जब आपके अंदर नफरत आती है, तब ये लोग इस देश का पैसा ले जाते हैं।”

बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान का पलटवार किया

बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान का पलटवार किया। एप्पल द्वारा कुछ विपक्षी नेताओं को उनके आईफोन पर ‘सरकार-प्रायोजित हमले’ के बारे में जानकारी देने पर बीजेपी ने कहा कि यह एप्पल को स्पष्ट करने की जरूरत है और उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिए। बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने पहले पेगासस के बारे में दावा किया था, लेकिन उन्होंने सुप्रीम को नियुक्त समिति के समक्ष आईफोन जमा करने से इनकार कर दिया।

एप्पल की प्रतिक्रिया

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने विपक्षी नेताओं के पलटवार को लेकर कहा कि एप्पल की प्रतिक्रिया या सफाई का इंतजार क्यों नहीं किया जा रहा है। हंगामा व्यंग्य के रूप में खत्म होगा। क्या इसे आक्रोश जताने का मौका देखा जा रहा है।

सरकार ने फोन हैकिंग के आरोपों की जांच के लिए

सरकार ने फोन हैकिंग के आरोपों की जांच के लिए आदेश दिया है। केंद्रीय IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार ने मामले की जांच के आदेश जारी किए हैं। एप्पल ने आज 150 देशों में एडवाइजरी जारी की है, लेकिन उनके पास कोई विशेष जानकारी नहीं है। कंपनी ने अनुमानों पर आधारित एक चेतावनी भेजी है। एप्पल खुद दावा करता है कि कोई उनके फोन को हैक नहीं कर सकता। सरकार इस मामले को गंभीरता से लेती है और इसे जांचने के लिए सख्ती दिखाएगी।

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “एप्पल को स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी डिवाइस सुरक्षित है। अगर ऐसा है तो तब 150 देशों के लोगों को धमकी वाले नोटिफिकेशन क्यों भेजे गए?”

Opposition leaders claim iPhone-hacking